पंचाक्षर मंत्र से मिलता है मनचाहा फल
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सोमवार को आराधना करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। इस दिन पंचाक्षर मंत्र के जाप से आप मनचाहा फल पा सकते हैं।
शिव पूजन की विधि
शिव कृपा से ही सांसारिक, मानसिक पीड़ा समाप्त हो पाती है और मनुष्य अपने जीवन काल में परब्रहम को प्राप्त कर पाता है। सोमवार को शिवशंकर का दिन माना जाता है, इसलिए श्रद्धाभाव से इसदिन उनका पूजन करें। इसके लिए सोमवार के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करके और व्रत का संकल्प ले कर शिवालय में जाकर सबसे पहले शुद्ध जल से शिवलिंग का अभिषेक करें और इस मंत्र का जाप करे ऊं महाशिवाय सोमाय नम:। इसके बाद गाय का शुद्ध कच्चा दूध शिवलिंग पर अर्पित करें। ऐसा करने से मनुष्य के तन, मन, और धन से जुडी परेशानियां समाप्त हो जाती हैं। अब शिवलिंग पर शहद या गन्ने का रस चढ़ाये ऐसा करने पर नौकरी या व्यवसाय से जुड़ी सभी समस्यायें सुलझ सकती हैं। अब कपूर, गंध, पुष्प, धतूरे और भस्म से शिवजी का अभिषेक करे, अंत में शिव आरती करते हुए मनोकामना पूर्ति की दिल से प्रार्थना करें।
इन मंत्रों का करें जाप
उपरोक्त विधि से शिव पूजा अर्चना करने के बाद कुश के आसन पर विराजमान होकर रुद्राक्ष की माला लेकर इन चमत्कारी मंत्रों का जप करना विलक्षण सिद्धि व मनचाहे लाभ देने वाला होता है। सबसे पहले भगवान शंकर का पंचाक्षर मंत्र ऊं नमः शिवाय ही अमोघ एवं मोक्षदायी है, किंतु यदि कोई कठिन व्याधि या समस्या आ जाये तो श्रद्धापूर्वक ‘ऊं नमः शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नमः ऊं’ के मंत्र का एक लाख बार जाप करना चाहिए। यह बड़ी से बड़ी समस्या और बाधा को टाल देता है।