भोपाल: मध्य प्रदेश में जिले, तहसील और संभागों की सीमाओं का नए सिरे से निर्धारण करने के लिए प्रशासनिक पुनर्गठन आयोग की स्थापना की गई है. यहां जिलों की सीमाओं को बदलने के लिए प्रस्ताव मंगाए जा रहे हैं. लेकिन इससे पहले जिलास्तर पर भी इन सीमाओं का मूल्यांकन करना है और फिर इसकी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजना है. इसी तारतम्य में भोपाल जिले की सीमाओं का भी नए सिरे से निर्धारण किया जा रहा है, जिससे राजधानी में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.

हुजूर तहसील से कटेंगे 60 गांव, ये जुड़ेंगे

भोपाल जिले में तहसील पुनर्गठन की तैयारी चल रही है. इसके तहत कोलार तहसील से शहपुरा और बावड़िया क्षेत्र को हटाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. जबकि हुजूर तहसील में नए गांवो चंदनपुरा, मेंडोरा और मेंडोरी को जोड़ा जा रहा है. हुजूर तहसील के गांवों में करीब 60 गांव हटाकर अन्य तहसीलों में जोड़े जा रहे हैं. अभी जिले में 7 विधानसभा क्षेत्र हैं. लेकिन अगले परिसीमन में यहां विधानसभा की संख्या भी बढ़ेगी. ऐसे में जिले में अब 8 तहसीलें बनाई जा रही हैं. यानि हर विधानसभा में एक तहसील होगी.

सिटी नजूल की सीमाओं में नहीं होगा बदलाव

जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि हुजूर तहसील में अभी 195 गांव है. इनमें से 60 गांव हटाने के बाद यहां 135 गांव बचेंगे. वहीं टीटी नगर नजूल से 3 गांव हटाकर 7 नए जोड़े गए हैं. जिसके बाद यहां कुल 20 गांव रहेंगे. इसी तरह गोविंदपुरा नजूल में 19 गांव जोड़े गए हैं, अब इसमें गांव की कुल संख्या 35 हो जाएगी. जबकि एमपी नगर में 22 नए क्षेत्र जुड़ने से 30 गांव शामिल हो गए हैं. बैरागढ़ नजूल में 23 नए क्षेत्र जोड़ गए हैं, जिससे यहां कुल 40 क्षेत्र हो गए. हालांकि सिटी नजूल में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है.

जनता को नहीं तय करनी होगी लंबी दूरी

अधिकारियों ने बताया कि तहसील की सीमाओं में बदलाव होने से लोगों को राजस्व और जमीन से जुड़े कामों के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी. क्योंकि तहसील कार्यालय उनके निवास क्षेत्र के पास होगा. हुजूर तहसील में शहर व ग्रामीण दोनों क्षेत्र होने से प्रशासनिक काम-काज प्रभावित होता है. नई तहसीलों में अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती होगी, जिससे काम-काज में तेजी आएगी. नई तहसीलें दूरी क्षेत्रफल के अनुसार अलग से नजूल क्षेत्र तय करेंगी.

अभी यह है जिले में तहसीलों की स्थिति

भोपाल जिले में अभी बैरसिया, कोलार व हुजूर यानि 3 तहसीलें हैं. इन तहसीलों में कुल 8 नजूल क्षेत्र का एसडीएम के जरिए प्रबंधन होता है. हुजूर विधानसभा रिंग की तरह भोपाल जिले के चारों तरफ है. इसके साथ ही कोलार उपनगर व बैरागढ़ उपनगर दो अलग दिशाओं में है. इसका बड़ा हिस्सा नर्मदापुरम रोड पर कटारा और आगे के क्षेत्रों में है. नजूल क्षेत्रों में खुद के कार्यालय समेत अन्य जरूरी संसाधन विकसित नहीं कर सकते. तहसील गठन के बाद उसी क्षेत्र में कार्यालय व व्यवस्थाएं बनने से लोगों को अपने क्षेत्र में ही काम-काज की सुविधा मिलेगी. गोविंदपुरा नजूल का कार्यालय पुराने शहर में कलेक्ट्रेट में है. सिटी सर्कल का कार्यालय भी कलेक्ट्रेट में है. बैरागढ़ का कार्यालय भी बैरागढ़ के बजाय हुजूर में है.

 

 

'नक्शे और आबादी के अनुसार बदलेगी सीमा'

कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि "तहसीलों की सीमाओं को पुनः निर्धारण किया जा रहा है. इस संबंध में सोमवार को बैठक हो चुकी है. इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. इसमें जिले के नक्शे और आबादी के अनुसार निर्णय लिया जाएगा. इस प्रस्ताव को अभी संभागायुक्त के माध्यम से शासन के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. समान क्षेत्र और समान आबादी व लोगों की सुविधा को देखते हुए तहसीलों का पुनर्गठन होगा."