एनएसई निफ्टी-50 इंडेक्स (NSE Nifty-50) ने लगभग चार महीने बाद पहली बार सोमवार (21 अप्रैल) को इंट्राडे ट्रेडिंग में अपने लॉन्ग-टर्म 200-डे मूविंग एवरेज (200-DMA) को पार कर लिया। यह स्तर पिछली बार 6 जनवरी 2025 को टूट गया था। निफ्टी ने दिन के दौरान 24,188 का हाई लेवल छुआ। इसमें 1.4% या 332 अंकों की बढ़त दर्ज की गई।

पिछले आठ ट्रेडिंग सेशन में निफ्टी में 11% यानी लगभग 2,400 अंकों की जोरदार तेजी आई है। इस तेजी के साथ निफ्टी ने न केवल अपने शॉर्ट और मीडियम टर्म मूविंग एवरेज (20-DMA और 100-DMA जो क्रमशः 23,170 और 23,400 पर हैं) को पार किया, बल्कि 21 अप्रैल को 24,051 के स्तर पर स्थित अपने लॉन्ग टर्म 200-DMA को भी पार कर लिया।

200 DMA टूटने का मतलब

आमतौर पर 200-DMA को किसी स्टॉक या इंडेक्स की पॉजिटिव या नेगेटिव ट्रेंड को तय करने के लिए एक अहम संकेतक माना जाता है। जब कोई स्टॉक या इंडेक्स इस स्तर से ऊपर ट्रेड करता है, तो उसे पॉजिटिव संकेत के रूप में देखा जाता है।

टैरिफ और ट्रेड वॉर का सबसे बुरा दौर बीता’

विश्लेषकों का मानना है कि हालिया रैली भारत और अमेरिका के बीच संभावित ट्रेड डील और सप्लाई चेन शिफ्टिंग से भारत को हो सकने वाले लाभ की वजह से भी हो सकती है। नोमुरा के एनालिस्ट्स का मानना है कि टैरिफ और ट्रेड वॉर का सबसे बुरा दौर अब बीत चुका है। हालांकि, फार्मा जैसे कुछ सेक्टर्स में सेक्टर-विशिफिक टैरिफ की घोषणा संभव है।

नोमुरा के सायन मुखर्जी और अम्लान ज्योति दास की रिपोर्ट के अनुसार, निफ्टी का एक साल आगे का वैल्यूएशन 17-20 गुना के बीच रहने की उम्मीद है। उन्होंने मार्च 2026 के लिए निफ्टी का नया टारगेट 24,970 रखा है। यह 19.5x FY27 अनुमानित EPS ₹1,280 पर आधारित है। यदि जोखिम का माहौल स्थिर रहता है, तो एफआईआई निवेश फिर से मजबूत हो सकता है। इस वैल्यूएशन रेंज में बाजार अगले एक साल में -9% से +7% तक का रिटर्न दे सकता है।

निफ्टी-50 के 50 शेयरों में से 21 अब अपने 200-DMA से ऊपर ट्रेड कर रहे हैं। इनमें HDFC बैंक, ICICI बैंक, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, SBI, आयशर मोटर्स, नेस्ले इंडिया और पॉवर ग्रिड शामिल हैं।

इस तेजी में सबसे बड़ा योगदान बैंकिंग शेयरों का रहा है, विशेष रूप से HDFC बैंक और ICICI बैंक के शानदार मार्च तिमाही (Q4FY25) नतीजों के बाद। निफ्टी बैंक इंडेक्स सोमवार को इंट्राडे में 2% बढ़ गया और 26 सितंबर 2024 के अपने पिछले उच्चतम स्तर 54,467.35 को भी पार कर गया।

कोटक सिक्योरिटीज के हेड ऑफ इक्विटी रिसर्च श्रीकांत चौहान ने तकनीकी नजरिए से कहा कि निफ्टी ने साप्ताहिक चार्ट पर एक बुलिश कैंडल बनाई है। बाजार एक अपट्रेंड कंटिन्यूएशन फॉर्मेशन में बना हुआ है। निवेशकों को 23,650 से 23,550 के बीच खरीदारी करनी चाहिए और क्लोजिंग बेसिस पर 23,500 का स्टॉपलॉस रखना चाहिए।

उन्होंने कहा कि बाजार की मौजूदा स्थिति बुलिश है। ट्रेंड के लिहाज से 23,500 (निफ्टी) और 77,400 (सेंसेक्स) को अहम सपोर्ट ज़ोन माना जा रहा है। जबकि रेसिस्टेंस ज़ोन 24,000/79,000 और 24,200/79,600 के बीच है। हालांकि, अगर बाजार 23,500/77,400 से नीचे चला जाता है, तो सेंटिमेंट निगेटिव हो सकता है और इंडेक्स 23,350/76,900 या 23,200/76,500 तक फिसल सकते हैं, जहां पहले बुलिश गैप बना था।